कार्यालय संवाददाता
गाजियाबाद (युग करवट)। उत्तर प्रदेश स्थानीय निकाय चुनाव की घोषणा होने के बाद लखनऊ में राजनीतिक दलों में हलचल देखने को मिली। लेकिन गाजियाबाद में स्थिति जस की तस है। सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी हो, प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी हो या बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस, हालात में सभी की एक समान है। गाजियाबाद में सपा और बसपा के पार्टी कार्यालय आरडीसी में हैं। आज सुबह युग करवट टीम ने दोनों ही दलों के कार्यालयों का निरीक्षण किया। वहां सन्नाटा पसरा मिला। खाली पड़े कार्यालयों को देखकर यह कहा ही नहीं जा सकता कि यहां किसी चुनाव की तैयारी भी चल रही है। नेहरूनगर में भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय की स्थिति भी लगभग ऐसी ही थी। वहां भी खामोशी बता रही थी कि यहां भी कोई विशेष हलचल नहीं है। पुराना बस अड्डा कांगे्रस पार्टी का दफ्तर है। युग करवट ने कांगे्रस कार्यालय का भी दौरा किया। यहां उम्मीद के मुताबिक हालात मिले। कल हुई चुनाव की घोषणा के बाद पार्टी कार्यालयों पर त्यौहार जैसा माहौल होने की उम्मीद जताई जा रही थी। मगर स्थिति इसके ठीक विपरीत मिली। कई जनप्रतिनिधियों के आवास पर नियमित जैसी ही स्थिति थी। शायद सभी दलों के कार्यकर्ता यह समझ ही नहीं पा रहे हैं कि टिकट की दावेदारी कहां करनी है। यह भी हो सकता है कि पूर्व में की गई दावेदारी को ही मान्यता मान ली गई हो।