पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय अध्यक्ष पद पर भारतीय जनता पार्टी हाईकमान ने जो नाम पैनल ने तय किये थे एक बार फिर उन नामों पर दोबारा मंथन हो रहा है। पार्टी हाईकमान जातिगत समीकरण के हिसाब से इस पद पर नियुक्ति करना चाहते हैं। खतौली में भाजपा को मिली हार और जाट, गुर्जर, त्यागी, मुस्लिम गठजोड़ दिखाई दिया इसके बाद भाजपा ने भी अपनी रणनीति में बदलाव किया है। यदि खतौली सीट पर भाजपा की हार नहीं होती तो सतेंद्र सिसोदिया की नियुक्ति तय थी। सतेंद्र सिसोदिया भाजपा के एक ऐसे नेता हैं जो सभी जाति, सभी धर्मों में सर्वमान्य हैं और उनका सबसे बहुत ही अच्छा संपर्क है, लेकिन गुर्जरों की एकता के कारण भाजपा हाईकमान ने विचार बदला और किसी गुर्जर नेता को क्षेत्रीय अध्यक्ष बनाने पर मंथन शुरु किया, लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गुर्जर नेताओं में आपस में ही इतने मनमुटाव है, जिसके कारण भाजपा को लगने लगा कि गुर्जर नेताओं को अध्यक्ष बनाने से फायदा कम नुकसान ज्यादा होगा। इसलिए अब दूसरे विकल्प पर भी मंथन होने लगा है। उम्मीद की जा रही है कि दो एक दिन में क्षेत्रीय अध्यक्ष के नाम पर मंथन होने के बाद बहुत जल्द घोषणा हो सकती है। क्षेत्रीय अध्यक्ष की दौड़ में सबसे ज्यादा प्रबल दावेदार मुरादाबाद के सूर्य प्रकाश पाल हैं वो अनुसूचित जनजाति से हैं। हो सकता है कि भाजपा हाईकमान बसपा को झटका देने के लिये उन्हें भी अध्यक्ष बना सकती है। त्यागी समाज की नाराजगी को दूर करने के लिये गाजियाबाद के बसंत त्यागी को भी कमान सौंप सकती है। वहीं सतेंद्र सिसोदिया आज भी दौड़ में पूरी तरह से शामिल हैं। गुर्जर समाज ने राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर, पूर्व मंत्री नवाब सिंह नागर, ऊर्जा राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर, पूर्व विधायक प्रशांत चौधरी का भी नाम चर्चाओं में है। ऐसा भी हो सकता है कि मौजूदा क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनीवाल को रिपीट कर दिया जाये। हालांकि पार्टी के सूत्रों पर भरोसा करें तो मोहित बेनीवाल को पार्टी हाईकमान बिजनोर से लोकसभा चुनाव लड़ाना चाहती है। वहीं क्षेत्रीय अध्यक्ष के साथ-साथ प्रदेश की टीम में भी जातिगत आधार पर नामों को फाइनल किया गया है। उम्मीद की जा रही है कि बहुत जल्द प्रदेश की टीम एवं क्षेत्रीय अध्यक्ष के बारे में तस्वीर साफ हो जायेगी। सभी दावेदार अपनी-अपनी गोटियां फिट करने में लगे हुए हैं। हालांकि भाजपा में देखा गया है कि जिनके नाम चलते हैं वो साइड हो जाते हैं और कोई अलग से ही चौंकाने वाला नाम सामने आ जाता है। अब देखिये आगे क्या होता है।
– जय हिन्द।