गाजियाबाद (युग करवट)। एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद के निर्देश में अपराध शाखा प्रभारी अब्दुल रहमान सिदï्दीकी की टीम को उस समय एक बड़ी सफलता हाथ लगी जब पुलिस ने लगभग दस वर्षों से हत्या के एक सनसनीखेज आपराधिक मामले में वांछित चल रहे ५० हजार के इनामी हत्याभियुक्त रविंद्र यादव पुत्र खाके यादव निवासी खर्रा लखी सराय बिहार को दबोच लिया। पुलिस के मुताबिक सन २०१३ में कविनगर थाने में सूरज नामक एक शख्स ने रिपोर्ट दर्ज करवाते हुए बताया था कि उसकी पत्नी सरिता की हत्या लखी सराय बिहार निवासी रविंद्र यादव ने की है। सरिता की हत्या करने के बाद रविंद्र यादव नाम व भेष बदलकर पुलिस को गुमराह कर रहा था। उसकी गिरफ्तारी ना होने पर कमिश्नरेट पुलिस ने उसके ऊपर ५० हजार का ईनाम भी घोषित कर दिया था। साथ ही सीपी ने वांछित हत्याभियुक्त रविंद्र यादव की गिरफ्तारी की जिम्मेदारी क्राइम ब्रांच को सौपी थी। उसके बाद रविंद्र यादव की गिरफ्तारी के लिये क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुल रहमान सिदï्दीकी की टीम उसके पीछे लग गई थी। वहीं, सैकड़ों लोगों के साथ साइबर क्राइम करने वाले दो शातिर जालसाजों को भी पुलिस ने गिरफ्तार करके उनके पास से साइबर क्राइम में प्रयुक्त होने वाली सामग्री बरामद कर ली।