प्रमुख संवाददाता
गाजियाबाद (युग करवट)। दिल्ली से सटी जीडीए की कोयल एन्क्लेव कॉलोनी लोकेशन के हिसाब से खास होती जा रही है। इस कॉलोनी में प्लॉट और फ्लैट की मारामारी चल रही है। कभी इस कॉलोनी में लोग प्लॉट लेना भी पसंद नहीं करते थे। दरअसल यह कॉलोनी दिल्ली बॉर्डर से लगी कॉलोनी है। जीडीए ने भौपुरा गांव की करीब ढ़ाई सौ एकड़ जमीन मे इस कॉलोनी को विकसित किया था। कुछ कारणों से काफी जमीन अधिग्रहण से बाहर करने के बाद जीडीए ने बची जमीन पर ग्रुप हाउसिंग के बड़े प्लॉट बनाए है। यहां कुछ सरकारी विभागों ने भी जीडीए से प्लॉट खरीदकर स्टाफ के लिए फ्लैट बनाने का कार्य किया है। जीडीए के लिए यह कॉलोनी खास बन गई है। यहीं कारण है कि कॉलोनी में जीडीए के लिए इनकम का सबसे बड़ा जरिया बन गई है। दरअसल इस कॉलोनी में तेजी के साथ जीडीए के प्लॉट की मांग बढ़ रही है। यह तब है जबकि कॉलोनी में छोटे प्लॉट नहीं है। बड़े प्लॉट है जिन पर ग्रुप हाउसिंग ही डिजाइन हो सकती है। जीडीए को उम्मीद है कि यह कॉलोनी इंदिरापुरम के बाद सबसे अधिक इनकम देने वाली हो सकती है।