नगर संवाददाता
गाजियाबाद (युग करवट)। बरसात के बाद दिल्ली-मेरठ मार्ग की क्षतिग्रस्त सड़क़ को सही करने का काम शुरू कर दिया है। बारिश के कारण कांवड मार्ग पर जहां जगह-जगह पानी भर गया है तो वहीं सडक़ टूट भी गई है। इसके अलावा रोड पर कूडे के ढेर, मिट्टी व झाडफ़ूस को भी हटाने का काम किया जा रहा है। जेसीबी लगाकर मिट्टी के ढेर हटाए जा रहे हैं तो वहीं सडक़ के किनारों को समतल किया जा रहा है। सडक किनारे जहां-जहां नाले खुले हैं वहां बेरिकेट्स लगाकर टेंट की सहायता से उन्हें कवर करने का काम भी किया जाएगा। हालंाकि अभी दिल्ली-मेरठ रोड पर कांवडियों की संख्या अधिक नहीं है। लेकिन एक दो दिन मेें कांवडियों की संख्या मार्ग में बढऩी शुरू हो जाएगी। ऐसे में सडक़ को दुरूस्त करने का काम तेजी से किया जा रहा है। इसके अलावा विभिन्न संस्थाओं द्वारा शिविर लगाने की तैयारी भी की जा रही है। मेरठ मार्ग पर करीब डेढ़ सौ की संख्या में कांवडियों के लिए शिविर लगाए जाएंगे जिसको लेकर संस्थाओं द्वारा शिविर लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। इन शिविरों में कांवडियों के खाने से लेकर विश्राम और प्राथमिक चिकित्सा का भी इंतजाम होगा। मेरठ मार्ग में अभी कई जगह बरसात का पानी भरा हुआ है। मशीन की सहायता से इस पानी को साफ करने का काम किया जा रहा है। मार्ग में खुले कट्स को वाहनों के आवागमन को बंद करने के लिए सीमेंट के डिवाइडर लगाकर बंद कर दिया गया है लेकिन दोपहिया वाहन चालकों ने डिवाइडरों के बीच में से जगह बनाकर वहां से वाहन निकाल रहे हैं। इसकी वजह से कभी भी बड़ी मुश्किल खडी हो सकती है। कांवड़ मार्ग को पूरी तरह से दुरूस्त करने के लिए विभागीय कर्मचारी युद्घस्तर पर काम में जुटे हैं। सैंकड़ों कर्मचारी मेरठ मार्ग में सफाई व्यवस्था से लेकर अन्य कार्य में लगे हुए हैं।
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गाजियाबाद (युग करवट)। कांवड यात्रा को लेकर जस्सीपुरा मोड स्थित दूधेश्वरनाथ मंदिर में तैयारियां शुरू हो गई हैं। बता दें कि हर वर्ष दूधेश्वरनाथ मंदिर में लाखों की संख्या में कांवडिया जलाभिषेक करते हैं। इसके अलावा सावन के सोमवार को भी मंदिर में शिवभक्तों की भीड उमड़ती है। मंदिर में तीन दिवसीय श्रावण मेला भी चलेगा जिस दौरान कांवडिया त्रयोदशी, हाजिरी और चतुर्दशी का जलाभिषेक करेंगे। मंदिर में शिवभक्तों को कोई समस्या न हो इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। कांवड मेले के दौरान मंदिर रोड पर विजयनगर से आने वाले वाहनों का आवागमन पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा तो वहीं जीटी रोड भी कांवड मेले के दौरान वाहनों के आवागमन के लिए पूरी तरह से ब्लॉक कर दी जाएंगी। लाखों की संख्या में कांवडिया मंदिर आते हैं। ऐसे में कांवडियों व सामान्य शिवभक्तों के लिए अलग बेरिकेट्स बनाए जाते हैं इसकी तैयारी मंदिर रोड पर शुरू हो गई है।
जस्सीपुरा मोड से लेकर मंदिर परिसर तक डबल बेरिकेट्स लगाए जाते हैं ताकि लाइन में लगकर शिवभक्त जलाभिषेक कर सकें। मंदिर के आसपास शिविर भी लगाए जाते हैं। इस दौरान मंदिर परिसर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सीसीटीवी भी लगाए जाने का काम शुरू हो गया है। नगर निगम ने मंदिर के आसपास सफाई अभियान शुरू कर दिया है। जहां-जहां से सडक टूटी है उनकी मरम्मत का काम शुरू हो गया है। मंदिर के बाहरी दीवारों पर भी रंगाई पुताई का काम किया जा रहा है। मंदिर की रोड दीवारों को पूर्व में पेंट किया गया था, तो मौसम के चलते खराब हो गई थी, अब फिर से इन पेटिंग को ठीक करने का काम किया जा रहा है। कांवड मेले के दौरान मंदिर की भव्य सजावट की जाएगी।