नगर निकाय चुनाव की मतगणना के बाद
गाजियाबाद (युग करवट)। नगर निकाय चुनाव संपन्न हो चुके हैं। कल 13 मई का दिन वोटों की गिनती और परिणाम के घोषणा के लिए निर्धारित किया गया है। नगर निकाय चुनाव के परिणाम आने से पूर्व ही कांग्रेस के संगठन में अमूलचूल परिवर्तन की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। कांग्रेस के सूत्रों के अनुसार अगले चंद दिनों में कांग्रेस की प्रदेश कमेटी और जिला और महानगर कांग्रेस संगठन में बदलाव देखने को मिल सकता है। संभावना जताई जा रही है कि इस बार जिला संगठन की कमान किसी ब्राह्मण कांग्रेसी नेता को सौंपी जा सकती है। दरअसल, चुनाव परिणाम चाहे कैसे भी आएं, पार्टी हाईकमान को इसकी आहट पूर्व में ही सुनाई देने लगी थी। जैसा कि अंदेशा था महानगर कमेटी महानगर के सभी वार्डों पर कैंडिडेट नहीं उतार पाई थी।
सूत्रों के अनुसार इस बार लगभग 30 वार्डों पर कांंग्रेस के कैंडिडेट नहीं थे। इसमें से कुछ वार्ड ऐसे भी थे जहां दमदार कांग्रेसी होने के बावजूद भी कांग्रेसियों में ऐसी फांस फंसी कि पार्टी को सिंबल तक फ्रीज करना पड़ा। उधर, देहात क्षेत्र में भी कांग्रेस का हाल कुछ अच्छा नहीं रहा। ऐसे में चुनाव परिणाम जो भी आएं कांग्रेस के संगठन में बड़ा बदलाव तय माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस में प्रदेश कमेटी में पहले से ही पार्टी हाईकमान द्वारा बदलाव का मन बनाया जा चुका है। प्रदेश कमेटी में बदलाव की सूची पार्टी हाईकमान के पास तैयार बताई जा रही है, इस पर होमवर्क भी कर लिया गया है। उधर, जिला एवं महानगर कांग्रेस कमेटी में भी बदलाव की जोरदार संभावना जताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार इस बार होने वाले बदलाव को लोकसभा चुनाव के मद्देनजर किया जाएगा। संभावना के तहत किसी ब्राह्मण नेता को इस बार जिला कांग्रेस कमेटी के संगठन की कमान सौंपी जा सकती है। जिलाध्यक्ष बनाए जाने के लिए कांग्रेस में दो नेताओं का नाम मजबूती के साथ चल रहा है। उधर, संभावना जताई जा रही है कि महानगर संगठन में जाट नेता लोकेश चौधरी के स्थान पर फिर से किसी जाट नेता का नंबर लग सकता है। महानगर अध्यक्ष की तलाश की सुईं कई जाट नेताओं पर आकर टिक रही है। बदलाव की संभावना इसी महीने में बताई जा रही है। संगठन में होने वाले परिवर्तन के मद्देनजर नेताओं ने अपनी पहुंच के घोड़े दौड़ाने भी शुरू कर दिए हैं। देखना होगा कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस हाईकमान द्वारा तैयार किए जा रहे खाके में कौन फिट बैठता है? इस बार संगठन में किस नेता की ताजपोशी कांग्रेस हाईकमान की ओर से की जाती है।

पहली बार, क्या कांग्रेस को है किसी मुस्लिम नेता की दरकार!
गाजियाबाद। कांग्रेस के संगठन को बदलाव की सुगबुगाट के बीच इस बार महानगर संगठन भी खास हो चला है। संभावना जताई जा रही है कि इस बार महानगर संगठन की कमान किसी मजबूत मुस्लिम नेता को सौंपी जा सकती है।
दरअसल, ब्राह्मण, मस्लिम और दलित कांग्रेस की चुनावी नींव रखने वाले मजबूत पिलर रहे हैं। ऐसे में तय माना जा रहा है कि जिला कांग्रेस कमेटी की कमान किसी ब्राह्मण को सौंपी जाएगी। उधर, महानगर संगठन की कमान सौंपने के लिए पार्टी हाईकमान की नजर किसी मुस्लिम मजबूत नेता पर भी टिकी हुई है। किसी मुस्लिम को महानगर कांग्रेस कमेटी की कमान सौंपी जाती है तो ऐसा कांग्रेस के इतिहास में पहली बार होगा। पार्टी की यह कवायद लोकसभा चुनाव में बेहतर परिणाम लाए जाने की तलाश में होगी। स्थानीय निकाय चुनाव के बाद पार्टी संगठन में बदलाव पर विचार कर रही है। यह बदलाव जल्द नजर आ सकता है।