गाजियाबाद (युग करवट)। नगर निगम में एक बार फिर से बाबुओं के तबादले होने जा रहे है। इसको लेकर नगर निगम प्रशासन में घमासान मचा हुआ है। कई बाबुओं की कोशिश है कि किसी भी सूरत में उन्हें इस बार अच्छा पद मिल जाए। इससे पहले तत्कालीन नगर आयुक्त महेन्द्र सिंह तंवर ने नगर निगम के बाबुओं के तबादले किए थे। उस दौरान एक साथ ही करीब 50 से अधिक बाबुओं के तबादले किए गए थे। इसे लेकर काफी विवाद भी हुआ था, लेकिन इसके बाद तत्कालीन नगर आयुक्त महेन्द्र सिंह तंवर का तबादला हो गया था। नए नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ के कार्यकाल में ही हर महीने कई कई बाबू रिटायर हो रहे हैं। इस तरह से नगर निगम में कई बाबुओं की सीट अब खाली पड़ी हुई हैं। खुद नगर आयुक्त के पेशगार की सीट पर कोई भी प्रमानेंट बाबू या अन्य कर्मचारी तैनात नहीं है। उनके यहां भी दो आउट सोर्स बाबू तैनात है। इसी तरह से नगर निगम के कई महत्वपूर्ण पदों पर आउट सोर्सिंग के कर्मचारी तैनात हैं। कर्मचारियों की कमी के कारण कई तरह की समस्या पैदा हो गई है। इस समस्या को दूर करने के लिए नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ जल्दी ही बाबुओं के इंटरनल तबादले करने की तैयारी में लगे है। माना जा रहा है कि इसी महीने तबादले हो सकते हैं।