मेरठ (युग करवट)। शहर में एक अक्टूबर को होने वाली अंतरराष्ट्रीय जाट संसद में देश-विदेश से आए जाट समाज के लोग शामिल होंगे। लोकसभा चुनाव से पहले जाट संसद में केंद्र में आरक्षण का मुद्दा भी उठेगा। इसकी जानकारी अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद के संयोजक रामावतार पलसानिया व परमेश्वर कलवानिया ने दी।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद के अधिवेशन की मेजबानी करेगा और अधिवेशन में देश-विदेश में रहने वाले जाट समाज के प्रबुद्ध लोग शामिल होंगे। इसमें कला, शिक्षा, साहित्य, संस्कृति, रोजगार सृजन व गौरवशाली जाट इतिहास को जन-जन तक पहुंचाने पर चर्चा होगी। उन्होंने बताया कि अधिवेशन में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, हिमाचल, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, मध्यप्रदेश व पश्चिम बंगाल में रहने वाले जाट समाज के लोगों के साथ विदेश में रहने वाले एलपीजी शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद का अधिवेशन गैर राजनीतिक है। अधिवेशन में सामाजिक भाईचारा, जाट युवाओं को विदेशों में उच्च शिक्षा के अवसर, जाट समाज के सामाजिक व राजनीतिक नेतृत्व को फिर से कैसे मजबूत किया जाए, बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने पर मंथन किया जाएगा। नशा मुक्त जाट समाज पर चर्चा, केंद्र में ओबीसी आरक्षण पर चर्चा होगी, जाट महापुरुषों को भारत रत्न की मांग रखी जाएगी।