गैंग के ६ अपराधी गिरफ्तार, सवा दो करोड़ व वारदात में प्रयुक्त कार बरामद
एक्सपोर्टर के परिचित वासू त्यागी ने पत्नी व साले के साथ मिलकर की थी वारदात
गाजियाबाद (युग करवट)। १४ अक्तुबर को सहारनपुर निवासी एक्सपोर्टर प्रशांत शर्मा को वासू त्यागी नामक अपराधी ने कॉल करके नन्दग्राम थाना क्षेत्र के राजनगर एक्सटेंशन में स्थित ज्योति विलेज सोसाइटी में बुलाया था। उसके बाद वासू त्यागी ने पत्नी शिल्पा त्यागी, साले निशांत त्यागी, कार्तिक, अर्पित उर्फ हर्पित व प्रदीप त्यागी आदि के साथ मिलकर एक्सपोर्टर प्रशांत शर्मा को गन प्वाइंट पर बंधक बनाकर उससे पौने तीन करोड़ की रकम लूट ली। एक्सोर्टर से पौने तीन करोड़ लूटने के बाद वासू त्यागी गैंग लूटी गई रकम को एक लग्जरी कार में भरकर सहारनपुर चला गया। उसके बाद एक्सपोर्टर प्रशांत शर्मा ने उक्त वारदात की रिपोर्ट नन्दग्राम थाने में दर्ज करवाई थी। जिसके बाद कमिश्नरेट पुलिस ने उक्त वारदात के खुलासे के लिये पुलिस की कई टीम गठित की थी। डीसीपी सिटी निपुण अग्रवाल एवं एसीपी नन्दग्राम रवि कुमार सिंह की टीम ने नन्दग्राम थाना पुलिस के सहयोग से उक्त सनसनीखेज वारदात का खुलासा न केवल पांच दिन के अंदर कर दिया बल्कि वासू त्यागी सहित उसके छह सहयोगियों को गिरफ्तार करके उनके पास से एक्सपोर्टर से लूटी गई पौने तीन करोड़ की रकम में से सवा दो करोड़ रुपये, हथियार व वारदात में प्रयुक्त कार भी बरामद कर ली। पुलिस के मुताबिक एक्सपोर्टर प्रशांत शर्मा व वासु त्यागी सहारनपुर के रहने वाले हैं। इसकी वजह से इन दोनों के बीच अच्छा-खासा परिचय था। वासू त्यागी को पता था कि प्रशांत शर्मा के पास काफी पैसा है। उसे यह भी पता था कि प्रशांत शर्मा का एक्सपोर्ट का व्यवसाय कई स्टेट में फैला हुआ है और उसके ऑफिस सहारनपुर व दिल्ली में भी स्थित हैं। प्रशांत त्यागी से मोटी रकम लूटने/ऐंठने के लिये वासू त्यागी ने अपनी पत्नी शिल्पा त्यागी व साले निशांत त्यागी के अलावा कई शातिर अपराधियों के साथ मिलकर एक प्लॉन तैयार की। अपनी प्लॉन को अमलीजामा पहनाते हुए वासू त्यागी ने प्रशांत को कॉल करके १४ अक्तुबर की शाम को राजनगर एक्सटेंशन स्थित ज्योति विलेज सोसाइटी बुला लिया था। उसके बाद उसे बंधक बनाकर उससे पौने तीन करोड़ की रकम लूट ली थी। सूत्रों के अनुसार जब वासू त्यागी को यह पता चला कि पुलिस उसे व उसके सहयोगियों को कभी भी अरैस्ट कर सकती है तो लूटी गई रकम बचाने के लिये उसने सहारपुर में सरेंडर कर दिया। लेकिन एसीपी नन्दग्राम रवि कुमार सिंह की लग्न की वजह से वासू अपनी प्लॉनिंग में कामयाब नहीं हो पाया।