राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पार्ट-2
गाजियाबाद (युग करवट)। 2 अक्टूबर से राहुल गांधी की संभावित भारत जोड़ो यात्रा का दायरा बढ़ा दिया गया है। बताया जा रहा है कि भारत जोड़ो यात्रा के पार्ट-2 के दौरान राहुल गांधी यूपी में 25 के बजाए 50 या उससे अधिक जनपदों से होकर गुजरेंगे। पार्टी के सूत्रों के अनुसार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश और केसी वेणुगोपाल भारत जोड़ो यात्रा का रूट फाइनल करने की तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे हैं।
भारत जोड़ो यात्रा के पहले चरण के बाद हुए कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को इसका बेहतरीन लाभ मिला। कर्नाटक राज्य के जिस रूट से होकर भारत जोड़ो यात्रा होकर गुजरी वहां पडऩे वाली अधिकतर विधानसभा सीटों पर कांग्र्रेस ने जीत दर्ज की। भारत जोड़ो यात्रा के पार्ट-2 में इस बार पश्चिम से पूरब की ओर रूप निर्धारित किए जाने की चर्चा है। यात्रा के दौरान कांग्रेस की नजर जहां उन राज्यों पर रहेगी जहां विधानसभा चुनाव होने हैं, वहीं उत्तर प्रदेश के बड़े हिस्से को यात्रा के रूट में जोडऩे की जानकारी मिल रही है। सूत्रों के अनुसार भारत जोड़ो यात्रा के दूसरे चरण में राहुल गांधी पश्चिमी यूपी, बुदेलखंड और प्रयागराज क्षेत्र के बड़े हिस्से को कवर कर सकते हैं। दरअसल, उत्तर प्रदेश पर कांग्रेस की खास नजर है। पार्टी चाहती है कि यहां किसी भी हाल में खिसकता हुआ जनाधार पार्टी को वापस मिल जाए। पार्टी के सूत्रों के अनुसार भारत जोड़ो यात्रा का उत्तर प्रदेश में जो भी रूट तैयार किया जाएगा उसमें पडऩे वाले कांग्रेस संगठन को बड़ी तैयारी करनी होगी। इसके लिए पार्टी पहले से ही नणनीति तैयार करेगी। संभावना जताई जा रही है कि कांग्रेस के बड़े नेता भारत जोड़ो यात्रा की मॉनिटरिंग खुद करेंगे।
2 अक्टूबर से पहले हो जाएगा संगठन में बदलाव!
गाजियाबाद (युग करवट)। कांग्रेस के उत्तर प्रदेश संगठन में होने वाले संभावित बदलाव की प्रक्रिया के दौरान भारत जोड़ो यात्रा को भी ध्यान में रखा जाएगा। पार्टी के सूत्रों के अनुसार उत्तर प्रदेश कांग्रेस में होने वाले बदलाव को 2 अक्टूबर से पूर्व ही अंतिम रूप दे दिया जाएगा। पार्टी के सूत्रों के अनुसार 24 अगस्त को विधिवत कार्यभार संभालने के तुरंत बाद प्रदेश कमेटी घोषित किए जाने पर काम शुरू कर दिया जाएगा। साथ ही कई जनपदों में जिला एवं महानगर अध्यक्ष बदले जाने की संभावनाएं भी जताई जा रही हैं। जिन जनपदों में कांग्रेस का संगठन कमजोर साबित हो रहा है, वहां भी जिला एवं महानगर अध्यक्षों को बदलने की प्रक्रिया को 2 अक्टूबर तक पूरा कर लिया जाएगा।