युग करवट ब्यूरो
प्रयागराज। माफिया अतीक अहमद पर शासन- प्रशासन की चोट गहरी होती जा रही है। कभी उसकी संपत्ति कुर्क की जाती है को कभी उसके रिश्तेदारों व गुर्गों की। प्रयागराज विकास प्राधिकरण और जिला प्रशासन का बुलडोजर अब तक माफिया और उसके गुर्गों की करीब 11 अरब से अधिक संपत्ति को मिट्टी में मिला चुका है। माफिया अतीक को सबसे ज्यादा चोट भाजपा शासन काल में पहुंची है। पुलिस, प्रशासन और प्रयागराज विकास प्राधिकरण की संयुक्त कार्रवाई में करोड़ों रुपये की संपत्ति को गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क करने और बिना अनुमति निर्माण को जेसीबी लगाकर ढहाया गया। चकिया में अतीक के पुश्तैनी मकान जो लगभग 40 करोड़ का था, उसे जमींदोज किया गया। करबला में 12 करोड़ का दफ्तर गिराया गया। अंदावा झूंसी में 30 करोड़ की जमीन को कब्जे में लेते हुए करोड़ों की कीमत वाले कोल्ड स्टोरेज को गिराया गया। लूकरगंज में माफिया से 85 करोड़ कीमत की जमीन मुक्त कराई गई। सिविल लाइंस के एमजी मार्ग व नवाब यूसुफ रोड पर स्थित 18 करोड़ की संप्पति को प्रशासन ने कब्जे में ली। अतीक के गुर्गे मो. असाद से चार करोड़ की जमीन मुक्त कराया गया। इमरान जई का आठ करोड़ का होटल व दफ्तर गिराया गया। माफिया के छोटे भाई अशरफ के साले जैद का भी 30 करोड़ रुपये का मकान जेसीबी से गिराया गया। शिवकुटी में भतीजे से आठ करोड़ से अधिक की संपत्ति को मुक्त कराई गई। इसी तरह शूटर कम्मो, जाबिर, आबिद प्रधान, जुल्फिकार उर्फ तोता समेत कई अन्य की भी करोड़ों रुपये की संपत्ति ध्वस्त की गई। इसके अलावा प्रवर्तन निदेशालय भी आठ करोड़ रुपये की संपत्ति व बैंक खातों को अटैच कर चुकी है।