नई दिल्ली (युग करवट)। पार्टी विरोधी होने के आरोपों के बीच अपनी ही सरकार से नाराज कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट ने अनशन शुरू कर दिया है। पायलट वसुंधरा राजे की सरकार में हुए भ्रष्टाचार के विरुद्ध आज मौन व्रत रखेंगे। सचिन पायलट ने ज्योतिबा फुले को श्रद्धांजलि देने के बाद में शहीद स्मारक पर अपना अनशन शुरू कर दिया है। मीडिया ने सचिन पायलट से सवाल पूछने की काफी कोशिश की, लेकिन पायलट ने एक शब्द नहीं बोला। पायलट ने पूरी तरीके से मौन धारण कर लिया है।
पायलट की तरफ से स्पष्ट करने का प्रयास किया गया कि अनशन वसुंधरा राजे सरकार में हुए भ्रष्टाचार के विरोध में है। पायलट गुट ने कांग्रेस आलाकमान की नाराजगी और मामले की गंभीरता को समझते हुए अपनी सरकार के खिलाफ एक भी बात नहीं लिखी है। अनशन को पूरी तरह से वसुंधरा राजे पर केंद्रित किया गया है। सचिन पायलट के साथ कांग्रेस के बड़े नेताओं की बातचीत होने के संकेत हैं, जिसके बाद यह कदम उठाया गया है। चूंकि अनशन वसुंधरा राजे के विरुद्ध है, इसलिए पायलट द्वारा पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप को नकारने का प्रयास किया जा रहा है।